चंद्र यात्रा

चंद्रयान २ ने चांद की कक्षा में परिक्रमा लगाते हुए,एक वर्ष में 4400 परिक्रमाएं पुरी कर ली है,यान के सभी आठ आन-बोर्ड उपकरण भी अच्छा काम कर रहें हैं। चंद्रयान-२ का प्रक्षेपण सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 22 जुलाई 2019 में किया गया, भारतीय वैज्ञानिकों ने, इसरो की ताकत से सम्पूर्ण विश्व में भारत का परचम लहराया। देश के वैज्ञानिकों की उपलब्धि से प्रभावित हो, मैंने यह रचना की थी।

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आज़ादी

हुंकार थी बाबू कुंवर की, मंगल ने मंगल गान किया, कारतूस थे चर्बी वाले, मतवालों ने संकल्प लिया, सन् सत्तावन की गाथा है, चमक उठी तलवारों की, कहानी लहू के…

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सूख जाते हैं अश्रु

नादान युवा उम्र चौंतिस, प्रतिभा का विलक्षण, शोहरत के शिखर पर, मुस्कान थी अच्क्षुण, बरगद के छांव तले, प्रस्फुटित कोपलों का अंत, वंश का दंश नासूर है, बिरले होते हैं…

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शहादत

प्रिय बंधुओं 15 एवं 16 जून '20 की दरमियानी रात में 20 भारतीय सैनिक ने 40 चीनी सैनिकों को मारकर वीरगति पाई, जिसके कारण सम्पूर्ण भारत आक्रोशित है, इसी आवेश में प्रस्तुत है ये रचना ।

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